मनोज चौबे, Gwalior. तीन दिन के ग्वालियर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया। हांलाकि स्टेशन के बाहर निकलते ही सिंधिया का मध्य प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने घेराव कर दिया। इस दौरान संविदा कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सिंधिया घेराव कर रहे संविदा कर्मचारियों के बीच पहुंचे। इस दौरान सिंधिया ने कर्मचारियों की समस्याओं को सुना। साथ ही उनकी समस्याओं के जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया। इसकेसाथ ही सिंधिया ने मोनो पोल योजना का भूमिपूजन किया। इस दौरान सिंधिया ने कहा कि, घरों के उपर से निकलने वाली बिजली की हाईटेंशन लाइन से होने वाले खतरे से लोगों को राहत मिलेगी।
1 मई से लगातार किया जा रहा आंदोलन
आपको बता दें कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर बीती 1 मई से चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं,संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की मांग है कि उन्हें 5 जून 2018 को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार लाभ दिया जाए,आदेश में उन्हें रेगुलर कर्मचारियों के समकक्ष 90% वेतनमान की व्यव्स्था की गई थी,जिसे तत्काल लागू करने की मांग उठाई गई है, साथ ही NHM से हटा कर आउटसोर्स एजेंसी में किये गए सपोर्ट स्टाफ की फिर से NHM में वापसी की मांग है, ऐसे में अपनी 2 सूत्रीय मांगों के लिए अब संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शासन और प्रशासन के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं।
23 मई से होगा बड़ा आंदोलन
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का कहना है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संविदा कर्मचारियों के लिए कांग्रेस की सरकार को छोड़ा और सड़क पर उतरने की बात कही थी लेकिन आज भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सड़क पर ही है, उन्होंने उम्मीद जताई है कि आज की मुलाकात के बाद जल्द उनकी मांगों को शासन तक पहुंचाया जाएगा, यदि ऐसा नहीं होता है तो 23 मई से मध्य प्रदेश के 30000 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।